वनस्‍पति स्‍वास्‍थ्‍य अभियांत्रिकी प्रभाग

प्रशिक्षण कार्यक्रम विवरण

क्षमता निर्माण कार्यक्रम

वनस्‍पति संरक्षण में पीड़कों, रोगों एवं खरपतवारों, एकीकृत कीट प्रबंधन तथा नवाचार सहित उभरते जोखिमों के लिए वनस्‍पति स्‍वास्‍थ्‍य एक व्यापक शब्द है । प्राथमिक उत्पादन की स्थिरता के लिए पौधे का स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । इसी को ध्यान में रखते हुए वनस्‍पति स्वास्थ्य अभियांत्रिकी प्रभाग द्वारा पौधों को बोने की अवस्था से लेकर कटाई एवं वैज्ञानिक भण्डारण तक के पोषण के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । प्रभाग क्षमता निर्माण और अनुकूली अनुसंधान पर जोर देता है । कीटनाशक अनुप्रयोग तकनीकों एवं सुरक्षा उपायों पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम, पौधों के स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए कृषि उपकरण, फसल कटाई के बाद प्रबंधन एवं भंडारण तकनीक, सिंचाई प्रणाली एवं प्रगति, वनस्‍पति स्वास्थ्य प्रबंधन में आरएस एवं जीआईएस अनुप्रयोग, जल संसाधनों का कुशल उपयोग एवं पौधों की सुरक्षा तकनीकों के लिए पादप स्वास्थ्य प्रबंधन पौधों की देखभाल तथा सुरक्षा करने में मदद करता है । इसके अलावा, प्रभाग अपने परिसर में एवं परिसर के बाहर (ऑफ कैंपस) प्रशिक्षण प्रदान करके किसानों के साथ ज्ञान साझा करने का भी विस्तार करता है । छात्रों के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी अनुरोध के आधार पर आयोजित किए गए थे ।

सरकारी कर्मचारी हेतु कार्यक्रम
पीड़कनाशी अनुप्रयोग तकनीक एवं सुरक्षा उपाय:

पीड़क प्रबंधन में कीटनाशकों का उपयोग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग के कारण आज के वैश्विक परिदृश्य में एक चिंता का विषय है । पीड़क नियंत्रण परिचालनों की सफलता के लिए पीड़कनाशी के उपयोग हेतु उचित तकनीक एवं इस्‍तेमाल किये जाने वाले उपकरण बहुत ही महत्‍वपूर्ण है । पीड़कनाशी के उपयोग में न केवल अनुप्रयोग उपकरण का ज्ञान शामिल होता है, बल्कि पीड़क प्रबंधन का भी ज्ञान होता है। प्रशिक्षण हेतु विकसित कौशल सुरक्षित तरीके से अनुकूल पीड़क प्रबंधन प्राप्‍त करने में मदद करता है ।
यह प्रशिक्षण किसानों को पीपी उपकरणों के उचित चयन में मार्गदर्शन हेतु उपयुक्त अनुप्रयोग तकनीकों के चयन करने, पौधों की सुरक्षा उपकरणों के रखरखाव तथा अनुकूल कीट प्रबंधन प्राप्त करने हेतु पीड़कनाशियों के अंशांकित अनुप्रयोग में कौशल विकसित करने में मदद करता है । छिड़काव से पहले, छिड़काव के दौरान एवं बाद में विषाक्‍त रासायनिकों के संपर्क में आने वाले संदूषण को कम करने हेतु एवं रोकथाम हेतु तथा ऑपरेटरों की सुरक्षा पर जोर देता है ।

 
व्‍यावहारिक एवं प्रदर्शन

वनस्‍पति स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधन हेतु कृषि संबंधी उपकरण

पौधों के स्वास्थ्य की रक्षा एवं रखरखाव न केवल पीड़कनाशियों के साथ है । बल्कि, विभिन्न उपयोगी उपकरण एवं मशीनरी का उपयोग करना भी इस प्रशिक्षण का उद्देश्‍य है । पौधे का स्वास्थ्य उसके बाद के बीजों के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है और इसलिए विभिन्न मशीनरी के उपयोग के सभी इंजीनियरिंग पहलुओं को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल किया गया है । कार्यक्रम में विभिन्न खरपतवार प्रबंधन रणनीतियों पर भी जोर दिया गया है । उन्नत खरपतवार मूल्यांकन और प्रबंधन के तरीके भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा हैं ।

व्‍यावहारिक एवं दौरा

कटायी उपरान्‍त प्रबंधन एवं संग्रह्ण तकनीक :

नवीनतम तकनीकों एवं प्रगति पर ज्ञान कृषि और बागवानी में कटाई के बाद के नुकसान को कम करने में मदद करता है । भंडारण तकनीक और संरचना उत्पाद के शेल्फ जीवन को बढ़ाएगी। उत्पाद की हैंडलिंग से लेकर परिवहन तक की चरण-दर-चरण प्रक्रिया उत्पाद के मूल्यवर्धन में मदद करती है। उच्च नमी सामग्री और उच्च चयापचय गतिविधियों के कारण फल एवं सब्जियां अत्यधिक खराब होने वाली वस्तुएं हैं । दालों एवं अनाज अगर ठीक से संग्रहीत किए जाएं तो उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ सकती है । उपभोक्ताओं की खाद्य और पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एवं उनकी जरूरतों के संबंध में फसल की कटाई के बाद सुरक्षा, संरक्षण, गुणवत्ता नियंत्रण / वृद्धि, प्रसंस्करण, पैकेजिंग भंडारण, वितरण, विपणन एवं उपयोग के उद्देश्य से प्रौद्योगिकियां कृषि सामग्री से संबंधित इस्‍तेमाल किये जाने वाले एक अंतर-अनुशासनात्मक विज्ञान और तकनीकों का गठन करती हैं । यह प्रशिक्षण अनाज, फलों और सब्जियों को बाजार में लंबी अवधि के लिए उपलब्ध कराने के लिए कटाई के बाद के नुकसान को कम करने के लिए कटाई के बाद प्रबंधन की भूमिका की समझ में सुधार करने में मदद करेगा ।

दौरा

सिंचाई प्रणाली एवं प्रगति:

जल का कुशल उपयोग कृषि क्षेत्र में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है । सूक्ष्म सिंचाई कुशल जल प्रबंधन रणनीतियों के प्रभावी तरीकों में से एक है, जो कम उर्वरक उपयोग एवं ऊर्जा बचत के साथ पानी की भारी बचत को जोड़ती है । सूक्ष्म सिंचाई की शुरुआत पानी को "बचाने" एवं फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए की जाती है । उन्नत सिंचाई तकनीक जैसे सूक्ष्म सिंचाई, जल संचयन संरचनाएं, रिसने वाले तालाब एवं अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण अच्छी कृषि जल प्रबंधन प्रथाओं को बनाने में मदद करता है । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सूक्ष्म सिंचाई पर विशेष जोर देते हुए विभिन्न सिंचाई प्रबंधन रणनीतियों पर केंद्रित है । प्रतिभागियों को व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ सूक्ष्म सिंचाई के साथ विभिन्न प्रबंधन मुद्दों पर जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया जाता है ।

व्‍यावहारिक एवं प्रदर्शन

वनस्‍पति स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधन में आरएस एवं जीआईएस उपकरण:

भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी एक तेजी से बढ़ता और बदलता क्षेत्र है । जियोस्पेशियल टेक्नोलॉजी शब्द भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस), ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) एवं रिमोट सेंसिंग (आरएस) सभी उभरती प्रौद्योगिकियों को संदर्भित करता है जो उपयोगकर्ता को स्थानिक डेटा के संग्रह, विश्लेषण और व्याख्या में सहायता करते हैं । यह प्रशिक्षण कीट आबादी/बीमारी की तीव्रता के स्तर को पार करने से पहले ही रोगनिरोधी प्रबंधन उपाय करने में मदद करता है । किसानों को मिट्टी और पानी की उपलब्धता के आधार पर फसल विशिष्ट जानकारी की सलाह दी जा सकती है । रासायनिक आधारित कीट प्रबंधन की आवश्यकता को और कम किया जा सकता है । स्थानिक सूचना प्रणाली और निर्णय समर्थन प्रणाली हमारे प्राकृतिक संसाधन आधार को नुकसान पहुंचाए बिना बदलती खाद्य मांगों को पूरा करने के लिए अंतरिक्ष में विभिन्न कृषि प्रणालियों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने में मदद करती है । विभिन्न विश्वविद्यालयों के संकाय सदस्यों के लिए भी प्रशिक्षण की परिकल्पना की गई है, जहां आरएस और जीआईएस तकनीकों को पाठ्यक्रम में अनिवार्य पाठ्यक्रम बना दिया गया है । प्रतिभागी जीआईएस, आरएस और जीपीएस तकनीकों पर कौशल विकसित करते हैं ।

व्‍यावहारिक एवं प्रदर्शन

जल संसाधन का कुशल उपयोग:

मिट्टी और जल दो महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन हैं जो पौधों के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं । कृषि क्षेत्र में जल का इष्टतम उपयोग एक चुनौतीपूर्ण कार्य है । सिंचाई जल की मांग को पूरा करने एवं जल संसाधनों के कुशल उपयोग के साथ आबादी को खिलाने के लिए भोजन का उत्पादन करना कृषि समुदाय के समक्ष जल प्रबंधन एवं कृषि में पुनर्नवीनीकरण पानी का उपयोग एक बड़ा कार्य होगा । यह प्रशिक्षण कृषि के क्षेत्र में जल संसाधनों, भंडारण के साधनों एवं कुशल खपत के बजट में मदद करता है ।

दौरा

छिड़काव में अच्‍छी कृषि अभ्‍यास पद्धति ::

प्रशिक्षण का उद्देश्य सरकारी अधिकारियों को पौध संरक्षण के क्षेत्र में कौशल प्रदान करना है । हमारे भारतीय कृषि के लिए सही पौध संरक्षण उपकरण निकट भविष्य में एक बड़ी चुनौती है । अधिकारियों एवं उद्योग प्रतिनिधियों के बीच समान रूप से साझा करने पर बहुत जोर दिया जाता है । हमारे लोगों को रासायनिक प्रदूषण एवं पर्यावरण प्रदूषण से सुरक्षित रखने के लिए कीटनाशकों के उपयोग को कम करने का आग्रह किया गया है । यह प्रशिक्षण हितधारकों/अधिकारियों को अंतर को पाटने एवं पौध संरक्षण तकनीकों के क्षेत्र में कमियों को दूर करने में मदद करता है । छिड़काव के प्रतिकूल प्रभावों को ध्यान में रखते हुए उचित छिड़काव पद्धति अपनाई जानी चाहिए ।

व्‍यावहारिक एवं प्रदर्शन

वनस्‍पति स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधन हेतु वनस्‍पति संरक्षण तकनीक

यह उन लोगों के लिए एक उन्नत प्रशिक्षण है जो पौध संरक्षण मशीनरी में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं । 21 दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को विभिन्न वनस्‍पति संरक्षण मशीनरी के विस्तृत संचालन मानकों पर जोर देने के साथ व्यावहारिक उन्मुख होने के लिए तैयार किया गया है । प्रतिभागी मौजूदा मशीनरी के साथ छोटे कार्य करेंगे एवं अपने अनुभव के साथ इष्टतम उपयोग पैटर्न को प्रस्‍तुत करेंगे । प्रशिक्षण न केवल उम्मीदवारों को विभिन्न उपकरणों के संचालन में विशेषज्ञता प्रदान करेगा । बल्कि उन्हें, दुनिया भर में पौधों की सुरक्षा में उन्नत क्षेत्रों के बारे में जानकारी देगा ।

विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम
पीड़कनाशी का सुरक्षित एवं विवेकपूर्ण उपयोग

सरकारी अधिकारियों के अलावा अनुरोध के आधार पर निजी पार्टियों के लिए भुगतान आधार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । प्रतिभागियों को छिड़काव के लिए सही उपकरण चुनने में अपने ज्ञान को बढ़ाने एवं जहरीले रसायनों को संभालने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर भी प्रशिक्षण दिये जाते हैं ।

उपकरण का रखरखाव एवं अंशाकंन

सरकारी अधिकारियों के अलावा अनुरोध के आधार पर छिड़काव हेतु कार्यरत् तकनीकी व्यक्तियों/फील्ड ऑपरेटरों को भुगतान आधार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान किया जाता है । वे विभिन्न छिड़काव उपकरणों एवं नोजल को कैलिब्रेट करने का कौशल प्रदान करते हैं । उन्हें उपकरणों की मामूली मरम्मत और रखरखाव का व्यावहारिक अनुभव भी मिलता है ।

सहयोगात्‍मक प्रशिक्षण कार्यक्रम
पीड़कनाशी अनुप्रयोग तकनीक एवं सुरक्षा उपाय

सरकारी अधिकारियों के लिए सहयोगी इन हाउस एवं ऑफ कैंपस प्रशिक्षण कार्यक्रम देश भर में केवीके/एसएयू के सहयोग से पेश किए जाते हैं । प्रतिभागियों को कीटनाशक अनुप्रयोग में अपने ज्ञान को बढ़ाना होगा । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीड़कनाशियों के रखरखाव के दौरान अपव्यय एवं सुरक्षा सावधानियों से बचने के लिए छिड़काव यंत्र एवं नोजल के प्रभावी छिड़काव तथा अंशाकंन के लिए विभिन्न स्प्रेयर और नोजल का चयन इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में केंद्रित है ।

किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम
परिसर आधारित:
पीड़कनाशी अनुप्रयोग तकनीक एवं सुरक्षा उपाय

आत्मा और अन्य प्रायोजित एजेंसियों के माध्यम से एक दिन और 3 दिनों की अवधि हेतु किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं । यह प्रशिक्षण किसानों को पीड़कनाशियों के उपयोग के प्रतिकूल प्रभाव के बारे में जागरूकता लाने में मदद करता है । सही स्प्रेयर और सही नोजल का चयन करने एवं पीड़कनाशियों के रखरखाव के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को बेहतर तरीके से समझने में भी मदद करता है । किसानों को विभिन्न प्रकार के स्प्रेयर एवं नोजल तथा छिड़काव की सही विधि पर काम करने का अनुभव मिलता है ।

व्‍यावहारिक एवं प्रदर्शन

सुक्ष्‍म-सिंचाई :

आत्मा और अन्य प्रायोजित एजेंसियों के माध्यम से 1 से 2 दिनों का किसान प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है । यह प्रशिक्षण किसानों को विभिन्न फसलों के लिए किसानों के खेतों में प्रदर्शनों के माध्यम से स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई की देखरेख एवं रखरखाव के बारे में जागरूक करने में मदद करता है । उपलब्ध विभिन्न सरकारी सहायता सुविधाओं पर ज्ञान विशेषज्ञों के माध्यम से बढ़ाया जाता है ।

परिसर के बाहर (ऑफ कैंपस) :
पीड़कनाशी अनुप्रयोग तकनीक एवं सुरक्षा उपाय

तेलंगाना एवं अन्य राज्यों में विभिन्न स्थानों पर परिसर के बाहर (ऑफ कैंपस) प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं । यह प्रशिक्षण किसानों को पीड़कनाशी के उपयोग के प्रतिकूल प्रभाव के बारे में जागरूकता लाने करने में मदद करता है तथा सही स्प्रेयर एवं सही नोजल का चयन करने एवं पीड़कनाशियों के रखरखाव के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को बेहतर तरीके से समझने में भी मदद करता है ।

प्रदर्शन

सुक्ष्‍म सिंचाई :

तेलंगाना एवं अन्य राज्यों में विभिन्न स्थानों पर ऑफ कैंपस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं । यह प्रशिक्षण किसानों को स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई की देखरेख एवं रखरखाव के बारे में जागरूकता लाने में मदद करता है ।

ऑफ कैंपस प्रशिक्षण

छात्र प्रशिक्षण कार्यक्रम
बी. टेक कृषि अभियांत्रिकी छात्र हेतु इन-प्‍लांट प्रशिक्षण :

बी.टेक कृषि इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एक इन-प्लांट प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है । छात्र वर्तमान दुनिया में कृषि इंजीनियरिंग के समग्र दायरे, कृषि मशीनरी, मिट्टी एवं जल संरक्षण, कृषि प्रसंस्करण एवं नौकरी के अवसरों जैसे विशेष विषयों पर ज्ञान प्राप्त करते हैं । प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि मशीनरी का उपयोग, कृषि मशीनरी की निर्माण तकनीक, परीक्षण और मूल्यांकन, गुणवत्ता नियंत्रण, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, ग्रीन हाउस का डिजाइन एवं कृषि इंजीनियरिंग में हाल ही में हुई प्रगति शामिल है । वे इस क्षेत्र में प्रगति दिखाने के लिए विभिन्न संस्थानों एवं अपने ज्ञान को अद्यतन करने के लिए निजी फर्मों के संपर्क में आते हैं । छात्रों को परियोजना कार्य सौंपे जाते हैं, जो उनके कौशल को विकसित करते हैं एवं व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करते हैं । छात्र विभिन्न कृषि उपकरणों और मशीनरी पर व्यावहारिक अनुभव को बढ़ाते हैं ।

 
व्‍यावहारिक एवं दौरा

बी.टेक कृषि इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए कृषि मशीनरी और फसल कटाई के बाद प्रबंधन:

कृषि इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलुओं पर एक महीने की अवधि के कृषि इंजीनियरिंग छात्रों के लिए कौशल प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है। छात्रों को उपयुक्त कीटनाशक अनुप्रयोग तकनीकों और फार्म स्तर भंडारण संरचनाओं पर प्रशिक्षित किया गया। वे इस क्षेत्र में प्रगति दिखाने के लिए विभिन्न संस्थानों और अपने ज्ञान को अद्यतन करने के लिए निजी फर्मों के संपर्क में आते हैं। छात्रों को परियोजना कार्यों के साथ सौंपा जाता है जो उनके कौशल को विकसित करते हैं और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करते हैं। छात्र विभिन्न कृषि उपकरणों और मशीनरी पर व्यावहारिक अनुभव को बढ़ाते हैं और अपने परियोजना कार्य के हिस्से के रूप में विकसित मशीनरी का परीक्षण किया था।

 
व्‍यावहारिक एवं दौरा

बी. टेक (कृषि) छात्र हेतु एक माह हेतु इंटर्नशीप प्रशिक्षण कार्यक्रम

कृषि इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलुओं पर एक महीने की अवधि के कृषि इंजीनियरिंग छात्रों के लिए कौशल प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है। छात्रों को बीआईएस कोड के अनुसार एनआईपीएचएम विकसित उपकरणों का परीक्षण करने के लिए छोटी और नवीन परियोजनाओं और कुछ परियोजनाओं के साथ सौंपा गया है।

 
व्‍यावहारिक एवं दौरा

अनुसंधान एवं विकास

अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के हिस्से के रूप में, संस्थान ने पीड़कनाशियों के सुरक्षित एवं विवेकपूर्ण अनुप्रयोग, तथा अनाज के सुरक्षित सुखाने एवं भंडारण को सक्षम करने के लिए किफायती उपकरण विकसित किये हैं । संस्थान अनुकूली अनुसंधान में शामिल है और कृषि स्तर पर अपनाने के लिए विकसित प्रौद्योगिकी का विवरण नीचे दिया गया है:

मक्‍का रो मार्किंग सह- सिडिंग मशीन
• मार्किंग के साथ मक्‍का के बीजों को बोने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1.2 एकड़/दिन
• कीमत : रू. 3500/-
 
बंड मार्कर
• संरक्षित जल हेतु इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1.2 एकड़/दिन
• कीमत : रू. 2000/-
 
प्राकृतिक हितैषी लाइट ट्रेप
• फील्‍ड में पीड़क एवं रक्षक पीड़कों की निगरानी हेतु इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1 लाइट ट्रेप/एकड़
• कीमत : रू. 1100/-
 
सोलर लाइट ट्रेप
• जहां विद्युत की समस्‍या है, वहॉं फील्‍ड में पीड़क एवं रक्षक पीड़कों की निगरानी हेतु इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1 लाइट ट्रेप / एकड़
• कीमत : रू. 6500/-
 
मोल्‍ड बोर्ड वीडर
• सूखेभूमि फील्‍ड फसलों में वीडिंग के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1 एकड़ / दिन
• कीमत : 3500/-
 
फ्लेटबेड धान वीडर
• धान के खेत से खरपतवार को निकालने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1.5 एकड़ / दिन
• कीमत : रू. 2500/-
 
डिस्‍को कोनो वीडर
• एसआरआई पैडी फील्‍ड में खरपतवार के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1 एकड़/दिन
• कीमत : रू. 5000/-
 
ग्रेनुलर एप्‍लीकेटर
• फील्‍ड में यूरिया या अन्‍य ऊर्वरकों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 0.6 एकड़ / दिन
• कीमत : रू. 500/-
 
डस्‍टर
• कम ऊॅचाई वाले फसलों में इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड दक्षता : 1 एकड़/दिन
• कीमत : 5000/-
 
लीवर ऑपरेटे्ड हॉरिजॉनटल बुम स्‍प्रेअर
• कवकनाशी एवं कीटनाशकों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड में कई पंक्‍तियों को कवर करना
 
लीवर ऑपरेटे्ड वेरटिकल बुम स्‍प्रेअर
• कवकनाशी एवं कीटनाशकों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• फील्‍ड में पंक्‍ति के आसपास क्षेत्रों को शामिल करना
 
बैकपैक एलवी स्‍प्रेअर
• कवकनाशी एवं कीटनाशकों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• 3 मीटर चौड़ाई तक कवर करना
• बैटरी कुशलता : एक बार चार्ज करने पर 6 घंटे तक
 
मोटराईड एलवी फील्‍ड सह-ओकार्ड स्‍प्रेअर
• फील्‍ड फसलों एवं बागों के लिए कवकनाशी एवं कीटनाशकों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• सौर पैनल की सहायता से बैटरी चार्ज करना
• फील्‍ड कुशलता : 2.5 हैक्‍टेअर / दिन
 
सोलर की सहायता से ट्रोली माउंटेड स्‍प्रेअर
• पीड़कनाशियों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है । (उभरने की स्‍थिति से पहले शाकनाशी)
• 3 मीटर घास की चाड़ाई तक कवर करना
• कीमत : रू. 40,000/-
 
सीडलिंग ट्रांसप्लांटर
• एक साथ दो पंक्तियों में अंकुर बोने के लिए प्रयोग किया जाता है
• फील्‍ड दक्षता : 1 एकड़ / दिन
• कीमत : रू. 2,000/-
 
बिजली संचालित मक्का शेलर
• छोटे और सीमांत किसानों के लिए मक्का की गोलाबारी के लिए उपयोग किया जाता है
• दक्षता : 95 प्रतिशत
• कीमत : रू. 25,000/-
 
बुरो स्‍मोक जेनरेटर
• फील्‍ड में कृंतकों को नियंत्रण हेतु इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• कीमत : 6500/-
 
मूंगफली की फली स्ट्रिपर
• मूँगफली के जड़ वाले पौधों की फलियों को अलग करने के लिए प्रयोग किया जाता है
• दक्षता: 600 किलोग्राम/10 घंटे की अवधि
• कीमत : रू. 8500/-
 
धान सुखाने वाले मशीन
• विशेष रूप से बरसात के मौसम में खाद्यान्नों को सुखाने के लिए उपयोग किया जाता है
• 12 घंटे में नमी 28% से घटकर 14% हो गई
• कीमत : रू. 1,00,000/-
 
सोलर हाईब्रिड ड्रायर
• कटायी उपरान्‍त हुई क्षति को कम करने हेतु इस्‍तेमाल किया जाता है ।
• अच्‍छी गुणवत्‍ता वाले उत्‍पाद के लिए प्रक्रिया सुविधाओं में सुधार करना
 
सोलर बॉक्‍स ड्रायर
• प्रोटो टाईप डिजाइन विकसित की गई है ।
• सूखा नारियल, मिर्च, टमाटर, गाजर, आम जेली आदि के लिए इस्‍तेमाल करना
 
टमाटर क्रशर
• खेत स्‍तर पर टमाटर उत्‍पादन करने वाले किसानों को उत्‍पादन प्रक्रिया में सहायता करता है ।
• उत्‍पादन का अतिरिक्‍त मूल्‍य

गॉंव अनुकूल की मुख्‍य बिंदुएं :

छिड़काव के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए अध्ययन के हिस्से के रूप में पास के एक गांव, अमदापुर को अपनाया गया है । इस परियोजना का मुख्य विचार गांव के छिड़काव कर्मी (स्प्रे मैन) को विकसित करना है जो छिड़काव कार्यों में शामिल हो सकते हैं । इससे किसानों को प्रभावी ढंग से लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलती है एवं अपव्‍यय को कम करने में भी मदद मिलती है । गांव के प्रगतिशील किसानों का चयन किया जाता है और उन्हें एनआईपीएचएम में और गांव के खेतों में ऑफ-कैंपस में भी प्रशिक्षित किया जाता है । किसानों को छिड़काव तकनीक और छिड़काव के तरीकों के बारे में जागरूक किया गया । प्रशिक्षित किसानों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट प्रदान की जाती है एवं उन्हें पीड़कनाशियों के रखरखाव के दौरान उपयोग करने की सलाह दी जाती है । अधिकारियों की टीम द्वारा ग्राम सरपंच को उनके गाँव में चल रही विभिन्न एनआईपीएचएम गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई ।

गांव एडोप्‍टेशन कार्यक्रम

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