महानिदेशक का संदेश



शुभकामनाएं

जैसा कि हम सब जानते हैं कि कृषि भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है। आबादी की लगभग 54.6 प्रतिशत लोग कृषि एवं इससे सम्‍बन्‍धित क्षेत्रों में प्रत्‍यक्ष एवं अप्रत्‍यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। भारत सरकार इस क्षेत्र को महत्‍व देते हुए इसके समग्र एवं सतत् विकास हेतु एवं संबंधित विभिन्‍न उपक्षेत्रों के लिए कई सारे पहल किये हैं।

राष्‍ट्रीय वनस्‍पति स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधन संस्‍थान(रावस्‍वाप्रसं) सरकार के पहलों में से एक है। इस संस्‍थान की स्‍थापना वनस्‍पति सरंक्षण प्रौद्योगिकी, वनस्‍पति संगरोध एवं जैवसुरक्षा सहित विशेष कर फसल उन्‍मुख एकीकृत पीड़क प्रबंधन पहलूओं में मानव संसाधन विकास के उद्देश्‍यों की पूर्ति हेतु की गई है। इसके अलावा, यह संस्‍थान कर्मियों को पीड़कनाशी सूत्रीकरणों के विश्‍लेषण एवं कृषि उत्‍पादों में पीड़कनाशी अवशेषों के निरीक्षण करने के लिए प्रशिक्षण देता है।

यह संस्‍थान पादप संरक्षण प्रौद्योगिकी से संबंधित ज्ञान को आदान-प्रदान करने, पादप संरक्षण एवं खाद्य सुरक्षा उपायों तथा नीतियों सहित परिचालन संबंधित समस्‍याओं एवं व्‍यवधानों की समस्‍त जानकारी/सूचना प्राप्‍त करने के लिए एक केन्‍द्रीय एजेंसी के तौर पर अनिवार्य रूप से कार्य करता है। रावस्‍वाप्रसं वनस्‍पति सरंक्षण, एकीकृत पीड़क प्रबंधन, पीड़कनाशी प्रबंधन, वनस्‍पति संगरोध एवं पीड़कनाशी डिलीवरी सिस्‍टम एवं अवशेषों से संबंधित विषयों पर कार्यक्रमों का आयोजन करता है। हमने रावस्‍वाप्रसं में वनस्‍पति सरंक्षण कार्यक्रमों के निष्‍पादन एवं अधिकतम पहुंच को सुनिश्‍चित करने के लिए प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का इस्‍तेमाल करते हेतु नीति निर्माताओं, वरिष्‍ठ एवं मध्‍यम स्‍तरीय कार्यकर्ताओं के लिए मानव संसाधनों के निरंतर विकास हेतु फील्‍ड आधारित आवश्‍यक कार्यक्रम विकसित किये हैं। देश के विभिन्‍न राज्‍यों के कृषि पेशेवर एवं विभिन्‍न अन्‍य देशों के अधिकारी भी अच्‍छी कृषि अभ्‍यासों, जैवसुरक्षा एवं खाद्य सुरक्षा संबंधित आधारित विषयों पर शिक्षण प्राप्‍त करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। संस्‍थान में आईएसओ प्रमाणित विश्‍व स्‍तरीय प्रयोगशालओं के साथ उत्‍कृष्‍ट परिसर उपलब्‍ध है और विश्लेषण पद्धतियों के संदर्भ में उच्च मानकों को हमेशा बनाए रखता है।

हाल ही के वर्षों में, हमने राज्‍य सरकारों एवं अन्‍य ख्‍यात संस्‍थाओं से ज्ञान के स्‍थानांतरण एवं कृषि समुदाय को बेहतर सहयोग प्रदान करने के लिए सहभागिता की है।

एनआईपीएचएम अपने मजबूत तकनीकी शक्ति, प्रख्यात शिक्षाविदों और ज्ञान पूल के साथ अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों के लिए प्रतिबद्ध है और प्लांट हेल्थ मैनेजमेंट में प्रत्येक किसान और विस्तार कार्यपालिका को सशक्त बनाकर भारत सरकार के कृषि मिशनों को आगे बढ़ाने के लिए और अधिक दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ प्रयास करेगा।

डॉ। सागर हनुमान सिंह IPoS
महानिदेशक-एनआईपीएचएम


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